હાલમાં કોલકતાની એક હૉસ્પિટલમાં એક મહિલા ડૉક્ટર સાથે થયેલ બળાત્કાર અને હત્યાના હિચકારા કૃત્યની દેશ આખામાં ચર્ચા છે ત્યારે આ આખા મામલા અંગે મહાભારત ટીવી શ્રેણીમાં કૃષ્ણ અને અર્જુન વચ્ચે દ્રૌપદીના વસ્ત્રાહરણ અંગે સંવાદનો એક વિડીયો મળ્યો એ વિડીયો અહીં મૂક્યો છે અને હિન્દીમાં એનું લિપ્યંતરણ (transcription) રજૂ કર્યું છે.
अर्जुन: तो क्या द्रौपदी वस्त्रहरण
पर मुझे क्रोध नहीं आना चाहिए था,
केशव?
कृष्ण: यह निर्णय तो स्वयं तुम्हें लेना है, पार्थ! किंतु द्रौपदी वस्त्रहरण केवल तुम्हारी व्यक्तिगत समस्या नहीं है, पार्थ! जो समाज इंद्रप्रस्थ की पटरानी महाराज द्रुपद की पुत्री और पांडवों की पत्नी द्रौपदी के वस्त्रहरण पर चुप रह गया वो समाज भला किसी साधारण नारी के मान सम्मान की क्या रक्षा करेगा? द्रौपदी वस्त्रहरण एक सामाजिक समस्या है, पार्थ! एक सामाजिक समस्या है और यह तुम्हारा कर्तव्य है कि तुम उन शक्तियों को नष्ट करने के लिए युद्ध करो, जो किसी द्रौपदी का वस्त्रहरण कर सकती हैं। ये शक्तियां समाज की शत्रु हैं, पार्थ! और जो महापुरुष इस युद्ध में उन शक्तियों के पक्ष में हैं, उनसे युद्ध करने में भी संकोच न करो। अपने व्यक्तिगत क्रोध और व्यक्तिगत मोह के बंधनों से मुक्त होकर लोक कल्याण के लिए युद्ध करो, पार्थ! यही तुम्हारा परम कर्तव्य है।
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