उधार की ज़िंदगी
तेरा तुझको अर्पण, क्या लागे मेरा?
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સ્વ-રચિત કાવ્યપંક્તિઓ
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Saturday, July 11, 2015
12 ગુરુની બહરના ઉદાહરણો
जिन की यादों से रौशन हैं मेरी आँखें
दिल कहता है उन को भी मैं याद आता हूँ
हबीब जालिब
جن کی یادوں سے روشن ہیں میری آنکھیں
دل کہتا ہی ان کو بھی میں یاد آتا ہوں
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